रविवार, 2 जून 2019

एस्पिरिन के इस्तेमाल पर उठा सवाल-65 के बाद बिना सलाह लेना खतरनाक

एस्पिरिन के इस्तेमाल पर उठा 
सवाल

65 के बाद बचाव के लिए एस्पिरिन देने से नहीं होता फायदा
दिल और दिमाग की बीमारी से बचाने के लिए एस्पिरिन देने पर होती रक्त स्राव की आशंका
कुमार संजय। लखनऊ  
एस्पिरिन के इस्तेमाल पर बडा सवाल खडा हो गया है। डायबटीज और अधिक उम्र के सामान्य लोगों को  दिल की बीमारी के साथ ब्रेन स्ट्रोक से बचाव के लिए एस्परिन दिया जाता है लेकिन विशेषज्ञों ने देखा है  कि इसके सेवन से रक्त स्राव की आशंका अधिक रहती है । इसके सेवन से कोई खास फायदा भी नहीं होता है। संस्थान के कार्डियोलाजिस्ट प्रो. सुदीप कुमार के मुताबिक विशेषज्ञों ने 65 से अधिक आयु वर्ग के  19114 के मरीजों पर शोध को ऱखा गया। इनमें 11 फीसदी डायबटीज से ग्रस्त थे। इनमें आधे  को सौ मिली ग्राम एस्पिरिन दिया गया आधे को नहीं दिया गया तो देखा गया कि कई कारणों से  मृत्यु दर एस्पिरिन वाले मरीजों में 5.9 फीसदी था जबकि बिना एस्पिरिन वाले वर्ग में मृत्यु दर 5.2 फीसदी था। एस्पिरिन वाले वर्ग में कैंसर 3.1 फीसदी जबकि बिना एस्पिरिन वाले वर्ग में 2.3 फीसदी देखा गया।प्रो.सुदीप कहा कि यदि दिल की बीमारी है या थ्रम्बोसिस की परेशानी है तो एस्पिरिन का फायदा है । बिना डाक्टर के सलाह यह दवा नहीं लेनी चाहिए।    
रक्तस्राव(हिमोरेज)- 8.6 प्रति एक हजार एस्पिरिन वर्ग में बिना एस्पिरिन वर्ग में 6.2
इंट्राक्रेनियल रक्तस्राव- एस्पिरिन वर्ग में 2.5 प्रति एक हजार  सामान्य वर्ग में 1.7
खाने की नली में रक्तस्राव-  एस्पिरिन वर्ग में 2.1 प्रति एक  हजार सामान्य में 1.1
दिल की बीमारी- 10.7 एस्पिरिन वर्ग में सामान्य वर्ग में 11.3 

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