सोमवार, 22 अगस्त 2022

निकला त्वचा और टेंडन  सही कर दिया पंजा

 निकला त्वचा और टेंडन  सही कर दिया पंजा





सांप ने काटा बना घाव और बंद हो गई उंगली की गति

 

25 वर्षीय सुमिता को सांप ने काट लिया । एंटी स्नेक इंजेक्शन लगने के बाद उसकी जान तो बच गयी लेकिन कलाई के निचले हिस्से में घाव हो गया तो बढ़ता ही जा रहा था। तमाम इलाज के बाद भी घाव ठीक नहीं हो रहा था। इसके साथ ही ऊंगलिया भी चलनी बंद हो गयी। घर वाले इनको लेकर संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में लेकर आए तो विभाग के प्रमुख प्रो. राजीव अग्रवाल ने देखा तो पतला चला  कि सांप के जहर से घाव के साथ ऊंगलियों को गति देने वाले टेंडन भी क्षति ग्रस्त हो गए है। त्वचा के ठीक नीचे टेंडन होता हैत्वचा के ठीक नीचे टेंडन होता है। त्वचा के क्षति ग्रस्त होने पर टेंडन की आशंका काफी हद तक रहती है। विशेष ड्रेसिंग से पहले घाव को ठीक किया। रेडियल आर्टरी फोर आर्म फ्लैप के जरिए टेंडन को ठीक किया। प्रो. राजीव के मुताबिक पहले सूखे टेंडन को निकाल फिर फोर आर्म( कलाई और कुहनी के बीच ) से त्वचा और टेंडन लेकर धाव के वाले हिस्से में रोपित किया। अब उंगलियां मुडने लगी है। घाव पूरी तरह ठीक हो गया है। प्रो. राजीव ने बताया कि 5 अगस्त 2022 को एक 25 साल कि युवती जिसको सांप ने काटा हुआ था ओ0पी0डी0 में दिखाने आयी थी


यह बिहार के एक छोटे से गाँव मीनापूर, जिला - मुजफ्फरपूर कि रहने वाली है। इसने बताया 24 जुलाई 2022 कि रात को जब वह सो रही थी, तब सांप ने दायें हाथ पर डस लिया। डसने के तुरंत बाद हाथ मे  अत्यधिक दर्द,सूजन और जलन हो गयी। आस-पास के त्वचा के रंग मे  भी बदलाव आ गया, और साथ हीं साथ बुखार,उल्टी,सिर दर्द एवं कंपकपी लगने लगी। उसके बाद उसके मुहं से झाग निकलने लगा और वो बेहोश हो गयी। घर पर उसका प्राथमिक इलाज जो भी उपलब्ध था उसे किया गया एवं घर के लोग  ने हाथ के उपर के हिस्से पर कस के कपड़ा बांध दिया। पी0एस0सी0 से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां पर एन्टीवेनम दिया गया । एन्टीवेनम देने के बाद होश आ गया। इसके कुछ दिनों के बाद रोगी सर्पदंश से ठीक हो गयी, लेकिन उसके हाथ का घाव बढता गया। उंगलिया चलनी बंद हो गयी थी। निश्चेतना विशेषज्ञ प्रो. संजय कुमार और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डा. भूपेश ने विशेष योगदान रहा।    

सांप काटे तो क्या करें क्या न करें

- तुरंत डॉक्टर को फोन करें एवं अस्पताल ले जाने कि तैयारी करें।

-. रोगी को जमीन पर आराम की अवस्था में  लेटा दें।

- सांप काटने के घाव को पानी एवं साबुन से धोयें।

- अंगुठी,घडी़,चूड़ी इत्यादी पहने हो तो उसे निकाल दें।

- कटे वाले भाग को स्थिर रखे  एवं ज्यादा चलायें नही, और

एक खपची बांध दें।

-. टूनिकेट(रक्त बंद ना लगाएं) - डसे हुए हिस्से के आगे या ऊपर कोई

कपड़ा या रस्सी ना बांध ।

- सर्पदंश के घाव को चाकू से ना काटें।

- सर्पदंश के घाव को मुंह से ना चूसें

-. सर्पदंश के रोगी को दर्द निवारक दवा भी ना दें।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें