20 फीसद मार्ग दुर्घटना का कारण खर्राटा
सोते समय खर्राटा भरना आपको उच्च रक्तचाप, डायबटीज और श्वास रोग का शिकार बना सकता है। संजय गांधी पीजीआइ के पल्मोनरी मेडिसिन के प्रोफेसर जिया हुसैन ने पत्रकार वार्ता में बताया कि बीस फीसदी रोड एक्सीडेंट का कारण रात में खर्राटे के कारण नींद पूरी न होना है। बताया कि इसकी वजह से सोते समय व्यक्ति की सांस कुछ सेकेंड के लिए सैकड़ों बार रुक जाती हैं। पुन: जब सांस आती है, तो आवाज काफी जोरदार होती है। सांस रुकने की यह अवधि एक सेकेंड से एक मिनट तक हो सकती है। श्वसन क्रिया में आने वाले इस अंतर यानी सांस के इस तरह रुकने और फिर वापस आने को एप्निया कहा जाता है। इससे रात को सोते वक्त शरीर में ऑक्सीजन की कमी और कार्बन डाइऑक्साइड की मात्र बढ़ जाती है। किसी व्यक्ति की सांस नींद में एक घंटे में 15 बार से अधिक रुकती है, तो इसे गंभीर ओएसए की श्रेणी में गिना जाता है। संस्थान में 82 लोगों में स्लीप स्टडी किया तो देखा कि 50 लोगों में गंभीर स्लीप एप्निया की परेशानी थी। 1गर्दन की गोलाई अधिक तो ओएसए1मोटापे के कारण गर्दन मोटी होने से सांस मार्ग छोटा हो जाता है। पुरुषों के लिए गर्दन की माप 17 इंच और महिलाओं के लिए 16 इंच से अधिक नहीं होनी चाहिए। इससे अधिक होने पर ओएसए का खतरा बढ़ जाता है। ओएसए होने की संभावना उन लोगों में दोगुनी हो जाती है, जिन्हें रात में अक्सर नाक बंद होने की समस्या रहती है। 1क्या है स्लीप स्टडी1ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एप्निया (ओएसए) की जांच स्लीप स्टडी या पॉलीसोम्नोग्राफी द्वारा की जाती है। सोते समय रोगी के सर, छाती, दोनों हाथ व पैर समेत शरीर के विभिन्न हिस्सों में सेंसर लगा दिये जाते हैं, जो नींद की स्थिति में रोगी की सांस, पल्स ऑक्सीमेट्री (ऑक्सीजन), खर्राटों की आवाज व उसकी तीव्रता, हृदय की धड़कन (ईकेजी), मस्तिष्क की तरंगों (ईईजी), शरीर की करवट की स्थिति, सीने और आंखों की स्थिति से जुड़ी गतिविधियों का पता लगाते हैं। संस्थान में यह जांच 800 रुपये में होती है।1बेहतर उपचार है सीपीएपी1ओएसए का सबसे बेहतर उपचार है-कंटिन्यूअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर (सीपीएपी) यानी सतत एयर प्रेशर थेरैपी. यह एक छोटा पोर्टेबल मैकेनिकल डिवाइस है। शरीर में पर्याप्त मात्र में ऑक्सिजन की आपूर्ति हो पाती है। संस्थान यह मशीन ट्रायल के लिए भी उपलब्ध कराता है। किस्त पर कंपनी से दिलवाने की कोशिश करता है।6खर्राटे के कारण हो सकती है ब्लड प्रेशर और डायबटीज की परेशानी
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